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तिरंगा शौर्य यात्रा पर कांग्रेस की अपत्ति, विशुद्ध राजनीति से प्रेरित हैः भट्ट

देहरादून। भाजपा ने तिरंगा शौर्य यात्रा पर कांग्रेस की आपत्तियों को विशुद्ध राजनीति करार दिया है। प्रदेशाध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने चार धाम यात्रियों की संख्या को लेकर भी कांग्रेसी रुख पर तंज किया कि शुरुआत में अधिक यात्री आने से इन्हें परेशानी थी और सीमा की परिस्थितियों के चलते घटी संख्या पर भी दिक्कत हो रही है। जबकि इसके बाद फिर से यात्रियों की संख्या अब रिकॉर्ड छूने लगी हैं। लिहाजा कांग्रेस की यात्रा प्रभावित करने की ये कोशिशें इस वर्ष भी सफल नहीं होने वाली है।
पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों के सवालों का ज़बाब देते हुए, उन्होंने कहा, कल तक देश के मुद्दों पर साथ खड़े होने का वादा करने वाली कांग्रेस को अब तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा से दिक्कत हो रही है। जबकि यह यात्रा तो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए नागरिक बैनर के तले विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा आयोजित की जा रही है। भाजपा इसमें सहयोगी की भूमिका में है, ताकि अधिक से अधिक लोग सेना एवं नेतृत्व को सम्मान देने और साथ खड़े होने का संदेश दे सके। हमारी कोशिश है कि राज्य के प्रत्येक परिवार को ऑपरेशन सिंदूर की सफलता से उमड़े राष्ट्रभक्ति के ज्वार से जोड़ा जाए।
उन्होंने अफसोस जताया कि कांग्रेस को इस यात्रा में राजनीति दिखाई देती है। जबकि स्वयं इन्होंने अपने पार्टी के बैनर पर तिरंगा यात्रा निकाली, वो भी तब जब सीमा पर हमारे जवान दुश्मन को कड़ा जवाब दे रहे थे। लेकिन उस समय भी भाजपा ने उनकी कोशिशों का स्वागत किया था, जबकि वो पूरी तरह राजनैतिक यात्रा थी। लेकिन अब भारतीय सेनाओं के शौर्य से मिली सफलता पर, देश ऐसी यात्राओं से जीत का जश्न मना रहा है तो कांग्रेस को ये सब राजनैतिक लग रहा है। दरअसल सच्चाई यह है कि कांग्रेस को सेना और देश के सम्मान से कोई लेना देना नहीं है। उनके नेता तब भी राजनीति कर रहे थे जब स्वयं तिरंगा यात्रा निकाल रहे थे और आज भी राज्य में जारी यात्रा का विरोध कर विशुद्ध राजनीति कर रहे हैं।
उन्होंने चार धाम यात्रियों की संख्या को लेकर कांग्रेस के सवालों को उनकी दोगली राजनीति करार दिया है। वहीं सवाल पूछा कि यात्रा की शुरुआत में रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु पहुंचे तो यही कांग्रेस कह रही थी कि सरकार अधिक यात्रियों को बुलाकर सुरक्षा से खिलवाड़ कर रही है। ऐसे में जब सीमा पर जारी संघर्षों की स्थिति में यात्रियों की संख्या कम हुई, तो यही कांग्रेस इसका कारण व्यवस्था नहीं होने को बता रही है। दरअसल कांग्रेस कन्फ्यूज्ड है और लोगों को भी करना चाहती है, अन्यथा स्पष्ट करे कि उन्हें यात्रियों की संख्या कम चाहिए या अधिक?
उन्होंने कटाक्ष किया कि कांग्रेस के लिए यात्रा की सफलता पर कुछ भी कहना मुश्किल है, बरहाल इससे अलग, एक बार फिर से श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड संख्या धामों में पहुंचनी शुरू हो गई है। कल ही 35 हजार तीर्थ यात्री बद्रीनाथ धाम पहुंचे हैं। कांग्रेस लगातार ऐसे बयानों और अफवाहों से यात्रा को प्रभावित करना चाहती है। विगत वर्ष में उनके द्वारा केदारनाथ प्रतिष्ठा जैसे अनेकों कार्यक्रमों एवं साजिशों से देवभूमि की छवि खराब कर यात्रा प्रभावित करने की कोशिश की थी।

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