उत्तराखंडदेहरादून

20 साल बाद जिले में रायफल फंड का उपयोग निर्धन, निर्बल, असहाय के लिए गतिमान

देहरादून। जिलाधिकारी सविन बसंल की अध्यक्षता में 10 वर्ष बाद रायफल क्ल्ब समिति की बैठक ऋषिपर्णा सभागार कलेक्ट्रेट में आयोजित की गई। यह बैठक लम्बे समय बाद वर्ष 2015 के बाद आज आयोजित की गई। बैठक समिति द्वारा विभिन्न कार्यों हेतु रायफल क्लब अनुदान राशि में वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है। जिलाधिकारी ने रायफल क्लब में लिए जाने वाले अनुदान में वृद्धि हेतु प्रस्ताव समिति द्वारा दिए गए प्रस्ताव पर सहमति देते हुए समिति सोसायटी एक्ट में रजिस्ट्रेशन कराने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि रायफल फंड और अधिक सशक्त बनाने तथा इसमें प्राप्त धनराशि से असहाय, निर्बल के जनसामानय के सहायतार्थ कार्य किए जाएंगे। मूलभूत आवश्यकताओं से परे शस्त्र लाईसेंस एक लग्जरी ट्राजेंक्शन है रायफल क्लब में अनिवार्य योगदान जनहित के दृष्टिगत नया लाईसेंस, शस्त्र बदलाव, समय विस्तार, सीमा विस्तार, क्रय-विक्रय, सब ट्रांजेक्शन उच्च निवल मूल्य तय कर दिए गए हैं, जिससे रायफल क्लब वित्तीय रूप से सशक्त बनेगा। वहीं 20 साल बाद डीएम की पहल से  जिले में रायफल फंड का उपयोग निर्धन, निर्बल, असहाय के लिए किया गया है।
जिलाधिकारी सविन बसंल ने प्रथम बार जिले में रायफल फंड का उपयोग किया जिससे निर्बल असहाय को धनराशि रू0 8,01,950 वितरित की गई है। जिनमें झुग्गी बस्ती प्रेमनगर में बालवाडी मरम्मत हेतु दिव्यांग महिला को धनराशि रू0 1,30000, ग्राम फनार तहसील त्यूनी निवासी गरीब बिधवा महिला नीतू दुर्गादेवी के विद्युत बिल की धनराशि रू0 18000, अनाथ अदिति के पिता द्वारा लिए गए बैंक ऋण रू0 50000, भगत सिंह कालोनी निवासी शमीमा को स्वरोजगार हेतु धनराशि रू0 30,000, सरस्वती शिशु मंदिर प्रबन्धक समिति भोगपुर जहां दूर-दूर से बच्चें पढने आते हैं, को बच्चों के परिवहन हेतु वाहन के लिए धनराशि रू0 5,73950 की सहायता प्रदान की गई।
ज्ञातव्य है कि रायफल क्लब वर्ष 1959 से संचालित है जिसमें नये शस्त्र लाईसेंस, लाईसेंस पंजीकरण, नवीनीकरण, शस्त्र लाईसेंस सीमा विस्तार, गनलाईसेंस की टीएल/एनओसी, शस्त्र विक्रय अनुमति, शस्त्रलाईसेंस श्रेणी परिवर्तन, शस्त्र कय करने की समयावधि बढाने आदि के लिए रायफल फंड में अनुदान लिया जाता है। समिति से उक्त धनराशि बढाने हेतु सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है। उक्त विभिन्न कार्यों हेतु 2500 से लेकर 25000 तक करने का निर्णय लिया गया है। बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन जयभारत सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के. के मिश्रा, पुलिस अधीक्षक नगर प्रमोद कुमार, नगर मजिस्ट्रेट प्रत्युष सिंह, उप जिलाधिकारी कुमकुम जोशी, मुख्य कोषाधिकारी  नीतू भण्डारी उपस्थित रहे।

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