
देहरादून। उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम घोषित होते ही शिक्षा विभाग खासा उत्साहित दिखाई दिया। दरअसल यह पहला मौका है जब उत्तराखंड में शिक्षा विभाग ने कैलेंडर के लिहाज से समय पर बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम घोषित किए हैं। शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम पर खुशी जताते हुए सफल होने वाले परीक्षार्थियों को शुभकामनाएं दी।
उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम अप्रैल महीने के तीसरे हफ्ते में ही जारी कर दिया गया है। राज्य में बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम घोषित करने को लेकर इसे बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि अब तक बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम अप्रैल अंत में या मई महीने में जारी किए जाते थे। लेकिन इस बार शिक्षा विभाग ने शैक्षणिक कार्यक्रम को लेकर जो कैलेंडर जारी किया था, उसके हिसाब से ही बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम घोषित किए गए हैं।
शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि बोर्ड परीक्षाओं के परिणामों को लेकर उन्हें खुशी है कि परीक्षा परिणाम पिछले साल की तुलना में ज्यादा बेहतर हुए हैं। उन्होंने इसके पीछे की वजह शिक्षा विभाग में लिए गए कुछ हम कदमों को बताया है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि न केवल आधारभूत ढांचे को बेहतर किया गया है, बल्कि शिक्षकों की कमी को भी दूर किया गया। शिक्षा मंत्री ने बताया कि हर बार की तरह इस बार भी बालिकाओं ने बेहतर परिणाम दिए हैं और यह एक बड़ी खुशी की बात हैं।
उत्तराखंड में इस बार पर्वतीय जिलों के साथ ही मैदानी जिलों के छात्र-छात्राओं ने भी टॉपर की सूची में अपना नाम शामिल किया है। न केवल सरस्वती विद्या मंदिर या अशासकीय विद्यालय बल्कि पूर्ण रूप से सरकारी विद्यालयों के छात्रों ने भी टॉप किया है, इसमें इंटरमीडिएट की छात्रा अनुष्का राणा भी इन्हीं में से एक है, जो सरकारी विद्यालय में अध्ययनरत होने के साथ उत्तराखंड में टॉपर रही है।
शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि परीक्षा परिणाम बेहतर रहे हैं लेकिन जिन विद्यालयों में परिणाम अपेक्षाकृत अच्छे नहीं होंगे ऐसे विद्यालयों को लेकर भी बातचीत की जाएगी और यहां के परिणामों को कैसे बेहतर किया जाए इसके लिए प्रयास किए जाएंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि अधिकतर विद्यालय ऐसे हैं जहां परीक्षा परिणाम अपेक्षाकृत बेहतर ही रहे हैं।